भविष्यत काल क्या है व् इसके प्रकार क्या हैं
भविष्यत काल |
3. भविष्यत काल
“जिस क्रिया से आने वाले समय में किसी
कार्य-व्यापार के होने का बोध हो, उसे ‘भविष्यत काल’ कहते हैं |” जैसे –
हम बाजार जाएंगे और आवश्यक सामानों की खरीद
करेंगे |
इस वाक्य में ‘जाना’ और ‘खरीद करना’ का रूप भविष्यत काल में है |
भविष्यत
काल (Future Tense) के भी तीन प्रकार होते हैं –
1. सामान्य भविष्यत
सामान्य भविष्यत का व्यवहार भविष्य में कभी
होने वाली क्रिया के लिए, संभावना के लिए अथवा किसी अनिश्चित या अस्थायी रूप से निर्धारित
कार्यक्रम के लिए होता है | जिस प्रकार सामान्य वर्तमान का व्यवहार वर्तमान में
स्वभावत: होने वाली क्रियाओं के लिए होता है, उसी प्रकार सामान्य भविष्यत काल का व्यवहार भविष्य में स्वभावत:
होने वाली क्रियाओं के लिए होता है | इस काल की क्रिया का रूप ‘धातु + गा / गे /
गी’ होता है, जैसे –
माताजी तीर्थयात्रा पर जाएंगी |
वह वायुयान से मुम्बई जाएगा |
मैं प्रात: कॉलेज जाऊँगा |
कोष्ठक
में दिए गए धातुओं के सामान्य भविष्यत के रूप बनाकर वाक्यों को पूरा करें :
1. आप
मुझसे पहले वहां नहीं (पहुँच)
2.
पिताजी (चाह) कि प्रवर आई. पी. एस. की तैयारी करे |
3.
वह (कह) कि आप कहें और आप (कह) कि वह कहे और परिणाम यह (हो) कि दोनों में से कोई
नहीं (कह)
4.
भीड़ का कोई भरोसा नहीं,
बीस इस ओर (जा) और दस उस ओर तथा सौ-पचास वहीँ कहदे तमाशा (देश)
5. न
नौ मन तेल (हो) न राधा (नाच)
6.
इतिहास कहता है कि जमाना जरुर (बदल)
7.
वह एक दिन महान कलाकार (बन), क्योंकि ऐसे ही लक्षण दिखाई पड़ रहे हैं |
8.
लोगों का क्या ? वे तो (कह) कि आप हमारी जान ले लेन, मगर शान्ति भंग न करें |
9.
वहां आपको एक चौकीदार (मिल) | आप उससे मेरा पता पूछ (ले)
10.
क्या आने वाला सूरज लाल नजर (आ) ?
11.
आप निश्चित रहें, मैं यह सामान सही ठिकाने पर पहुंचा
(दूँ)
12.
आप विश्वास नहीं (कर) कि आज भी गाँवों के लोग पुरानी सोच को ढो रहे हैं |
किसी
निश्चित भावी क्रिया के लिए सामान्य भविष्यत का व्यवहार न होकर प्राय: सातत्य बोधक
वर्तमान का प्रयोग होता है | जैसे –
मैं अगले वर्ष ऑस्ट्रेलिया जा रहा हूँ |
वह कल शाम वाली गाड़ी से हैदराबाद आ रहा है |
निम्नलिखित
वाक्यों को सातत्यबोधक वर्तमान में बदलकर लिखें :
1. अंतिम
मैच आज शाम को खेला जाएगा |
2.
मैं लोकसभा का अगला चुनाव लडूँगा |
3.
कल ऊषा गांगुली रुदाली का अभिनय करेंगी |
4.
इस पद के लिए दिसम्बर में नियुक्ति होगी |
5.
दोनों देशों के प्रधानमंत्री इसी सप्ताह मिलेंगे |
6. 26
जनवरी को राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल राष्ट्र के नाम संदेश देगी |
7.
डॉ. मनमोहन सिंह आज बाढ़-ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे |
किसी
निश्चित भावी क्रिया की अभिव्यक्ति तो सातत्य वर्तमान में होती है; किन्तु जिन क्रियाओं का व्यापार
दीर्घकाल में होने वाला है, उनके लिए क्रिया का सामान्य भविष्यत वाला रूप ही व्यवहार में आता है
| जैसे –
मैं इस साल गर्मियों में गाँव में ही रहूँगा
|
इन
वाक्यों को सामान्य भविष्य में बदलकर लिखें :
1. मैं
ग्रीष्मावकाश में नावकोठी में रह रही हूँ |
2.
प्रो. चटर्जी बंगला भाषा का व्याकरण लिख रहे हैं |
3.
इस शीतावकाश में मैं मुंशी प्रेमचंद की समस्त रचनाओं का अध्ययन कर रहा हूँ |
4.
अगले सप्ताह से प्रत्येक रविवार को मेरी माँ उपवास कर रही है |
5.
कल तुम इसी जगह आ जाना | मैं इसी समय मिल रहा हूँ |
6.
ऊपरवाला कमरा ठीक कर दो | डॉ. अरविन्द आ रहे हैं |
7.
एयरटेल का सिम बदल दो | मैं वोडा का सिम लेकर आ रहा हूँ |
8.
आप कार्यालय में अखबार छोड़ दें | मैं कल सुबह इसी कमरे में रह रहा हूँ |
जिस
प्रकार निश्चित भविष्य के लिए सातत्यबोधक वर्तमान का व्यवहार होता है, उसी प्रकार
निकट भविष्य के लिए सामान्य वर्तमान का और कभी-कभी अधिक निकट भविष्य के लिए
अनिश्चित भूतकालिक क्रियाओं का व्यवहार होता है | जैसे –
आप इसी जगह रुकिए, मैं अभी आता हूँ |
आपको बहुत ज्यादा इन्तजार नहीं करना पड़ेगा, मैं बस गया और आया |
स्पष्ट
है की सामान्य भविष्यत - अनिश्चित भविष्य को
सातत्यबोधक वर्तमान - निश्चित भविष्य को
सामान्य वर्तमान - निकट भविष्य को और
अनिश्चित भूत - अधिक निकट भविष्य को
अभिव्यक्त करते हैं |
A. कोष्ठक में डी गई क्रियाओं को
आवश्यकतानुसार उपयुक्त क्रिया रूपों में परिवर्तित करें | यदि किसी वाक्य में एकाधिक
संभावनाएं हों तो उन्हें अलग-अलग वाक्यों में स्पष्ट करें |
1.
हमलोग उनकी गलत बातों का विरोध (कर)
2. ये
लोग अगले रविवार को यहाँ (आ)
3.
आप कब तक (लौट) ?
4.
आखिर यह (जा) कहाँ ? हमलोग अभी ओटो (ले) और उसका पीछा (कर)
5.
हमलोग कल सुबह बातचीत (कर), अभी आप भी थके (हो) आराम तो कर लीजिए |
6.
हमलोग इसी सप्ताह आगरा (जा) और ताजमहल (देख)
7.
देख लेना, अब जादूगर स्टेज पर एक हाथी (ला) और
पलक झपकते उसे लुप्त (कर)
8.
कमीजें ले जाइए, मगर सूट आपको कल ही (मिल)
9.
आप यहीं ठहरिए, मैं कपड़े बदलकर (आ)
10.
आपकी चिकनी-चुपड़ी बातों पर कौन विश्वास (कर) ?
11.
आप नियमित रूप से दवा लेते रहें, जल्दी ही चंगा (हो)
12.
वह नई कविता पर काम कर रहा है | जल्दी ही उसकी एक किताब पाठकों के समक्ष (आ)
13.
आप ही हो आइए, मैं वहां जाकर क्या (कर) ?
14.
इतने कम पैसों से आपका क्या (बिगड़) ?
15.
आप गीता पर हाथ रखकर कसम खाएं कि जो कुछ (कह) सच (कह), सच के सिवा कुछ नहीं |
किसी
कथन की पूर्ववर्ती परिचयात्मक टिप्पणियों के रूप में प्राय: भविष्यत काल का ही
प्रयोग होता है | यदि कथन भविष्यवाची हो तो इन टिप्पणियों से विनय का भाव और यदि
वह भूतकालिक हो तो संभावना का भाव अभिव्यक्त होता है | जैसे –
लोग तो यही मानेंगे कि अंजनीजी ने ही
अरविन्द को भड़काया है / होगा |
अंत में मैं आपसे निवेदन करूंगा कि आप करतल ध्वनियों से इन बच्चों का
मनोबल बढ़ाइए |
B. सुमेलित करें :
स्तम्भ
‘क’
1.
लोग यही कहेंगे कि
2.
अब आप एक ऐसा चित्र देखेंगे, जिसमें बताया गया है कि
3.
अब मैं आपको यह बतलाऊँगा कि
4.
इस बात पर कौन विशवास करेगा कि
5.
इतिहास इस बात का प्रमाण देगा कि
6.
पिताजी यही सोचेंगे कि
7.
करुणा के प्रतीक इन एतिहासिक स्थलों में भ्रमण करता हुआ हर यात्री यही कहेगा कि
8.
अब मैं मुख्य अतिथि से निवेदन करूंगा कि
9.
आप सोचेंगे कि
10.
आने वाला युग का बच्चा-बच्चा यही कहेगा कि
स्तम्भ
‘ख’
1. पाकिस्तानियों
ने अमेरिका के लिए जैसी कुर्बानी दी है, वैसा एक भाई भी दूसरे भाई के लिए नहीं करता |
2. मैंने
ही आपको स्कूल से निकल दिया होगा |
3.
सम्राट अशोक का हृदय मानव-मात्र के लिए करुणा और प्रेम से भरा हुआ था |
4.
वे कुछ बोलकर हमे प्रोत्साहित करें
5.
यह सब किसी जादू-टोने से हो गया है; किन्तु यह यथार्थ नहीं है |
6.
हमारी आजादी गांधी जैसे महापुरुषों के बलिदान का प्रतीक है |
7.
आपने ही उन्हें भ्रष्ट कर दिया होगा |
8. प्रसव
से पहले गर्भ में शिशु की स्थिति कैसी होती है ?
9.
इस बीमारी पर नियंत्रण करने के लिए क्या उपाय किये जाने चाहिए |
10.
इतने महान पुरुष एक ही समय में एक ही धरती पर जन्मे थे |
C. निम्नलिखित कथनों के पहले अपने मन से
उपयुक्त परिचयात्मक टिप्पणियाँ जोड़ें :
1. ..........................
कि हमारा असली दुश्मन अंतर्राष्ट्रीय साम्राज्यवाद और पूंजीवाद है |
2.
.......................... कि वैश्विक आर्थिक मंदी का कारण पूंजीवादियों के ग्रुप
में उछलकर जाना ही है |
3.
.......................... कि सभी धर्म अलग-अलग हैं और उनके ईश्वर भी |
4.
.......................... कि जब कोई भीड़ में ठहाका लगाकर हंसता है और घर आने पर
किसी एकांत की तलाश करता है तब समझना चाहिए कि वह कहीं से टूट रहा है |
5.
.......................... कि जाति के नाम पर बिहार का विभाजान महज एक राजनीतिक
चाल ही थी |
6.
.......................... कि उनके होठ हिले और उस मुस्कान के बीच बोल फूटे |
D. निम्नलिखित वाक्यों को विधेवार्थक
एवं निषेधार्थक प्रश्नों में परिवर्तित कर उनसे विनम्र निवेदनों का गठन करें :
1.
आप एक प्याली गरम कॉफ़ी लीजिएगा | क्या आप ..........................
2.
आप इस छोटी – सी बात के लिए चिंता नहीं कीजिएगा | क्या आप ..........................
3.
आप मुझे अपनी भाभी से मिलने दीजिएगा | क्या आप ..........................
4.
आप एक मिनट के लिए भीतर आइएगा | क्या आप ..........................
5.
आप उन्हें दो माहों का एडवांस दीजिएगा | क्या आप ..........................
6.
आप उनकी बातों पर न जाइएगा | क्या आप ..........................
7.
आप वहां नहीं जाइएगा | आप वहां कहाँ .......................... ? क्या आप
.......................... ?
8.
आप वहां किसी से न मिलिएगा | क्या आप .......................... |
9.
आप इन बच्चों की बातों का बुरा नहीं मानिएगा | क्या आप ..........................
|
10.
आप मेरे इस व्यवहार की शिकायत नहीं कीजिएगा | क्या आप ..........................
|
2. संभाव्य
भविष्यत
जिससे भविष्य में किसी कार्य या व्यापार के
होने की संभावना व्यस्त की जाए |
क्रिया
के इस रूप से संभावना पर आधारित अनुमान की अभिव्यक्ति होती है | यों तो इसका संबंध
किसी काल विशेष से न होकर संभावनार्थक अनुमान से होता है, जो वर्तमान निकट भविष्य अथवा निकट भूत
को अभिव्यक्त करता है | इसमें भी सातत्यबोधक क्रिया-रूपों अथवा भूतकालिक कृदंतों
के साथ भविष्यतकालिक क्रिया का प्रयोग करने से भविष्यतकालिक सातत्यबोधक का गठन हो
जाता है | इस काल की क्रिया की सरंचना इस प्रकार होती है –
शायद
/ हो सकता है / संभव है + कर्त्ता .......................... + धातु + ए
जैसे
- शायद पिताजी आएँ / कहें / जाएं / बोलें |
संभव है, इस माह के अंत तक परीक्षा हो जाए |
शाम होने चली है, अब वह खेत से लौट रहा होगा |
उसे तो एक बहाना मिल गया है | अब वह हर गली-कूचे में यही दुखड़ा रोएगी
|
वह कल देर से लौटा था, शायद दफ्तर में देर तक बैठा रहा हो |
3.
हेतुहेतुमद भविष्य
इसमें भी भूतकाल की तरह किसी क्रिया का
भविष्य में होना या न होना किसी कारण की उपस्थिति पर निर्भर करता है | जैसे –
इतनी ठंडक रहे तो सारे जल स्त्रोत ही बर्फ
हो जाएं |
वह लगातार इतनी मेहनत करे तो विद्वान ही हो जाए |
ये उनके सामने इतनी गालियाँ दें तो झगड़ा ही हो जाए |
वह रोज इतनी रात को आए तो लोग उसे कुलटा ही
कहने लगें |
काल-परिवर्तन
:
विभिन्न परीक्षाओं में काल-परिवर्तन से
संबंधित प्रश्न आते रहे हैं | इसके लिए हमें विशेष रूप से इस बात पर ध्यान देना
चाहिए कि दिए गए वाक्यों की क्रिया किस काल और उसके किस भेद की है | सिर्फ काल बदल
देने से हमारा उत्तर ठीक नहीं होता हमें दूसरे काल के उसी भेद में क्रिया को रखना
चाहिए | जैसे –
वह बाजार जाता है | (भूतकाल में बदलें)
इस
वाक्य में हम देख रहे हैं कि क्रिया सामान्य वर्तमान की है | अतएव हमें सामान्य
भूत में ही बदलना होगा – वह बाजार गया |
यदि
हम ‘वह बाजार जाता है’ को
‘वह बाजार जाता था’ कर
देते हैं तो उक्त क्रिया का रूप भूतकाल में तो हो जाता है किन्तु ‘सामान्य’ का न होकर वह ‘अपूर्णभूत’ का बन जाता है और हमारा उत्तर गलत हो
जाता है |
नीचे
दी गई तालिका पर ध्यान देते हुए ही इस तरह का परिवर्तन करने का अभ्यास करें –
काल
परिवर्तन
वर्तमान
काल भूतकाल भविष्यत
काल
सामान्य
वर्तमान काल सामान्य भूतकाल सामान्य
भविष्यत काल
वह
बाजार जाता है | वह बाजार गया / जा
चुका | वह
बाजार जाएगा |
अपूर्ण/तात्कालिक
वर्तमान अपूर्णभूत काल सामान्य/सातत्यबोधक
भविष्यत
वह
बाजार जा रहा है | वह बाजार जा रहा
था/जाता था | वह बाजार जाएगा/जा रहा
होगा |
संदिग्ध
वर्तमान काल संदिग्ध भूतकाल संभाव्य भविष्यत काल
वह
बाजार जाता होगा | वह बाजार गया
होगा/जा चुका होगा | शायद वह बाजार जाए |
सामान्य
वर्तमान आसन्नभूत काल सामान्य भविष्यत
वह बाजार गया है/ जा चुका
है
पूर्णवर्तमान/आसन्नभूत पूर्णभूत काल सामान्य भविष्यत
वह
बाजार गया है/ वह बाजार गया था /
जा
चुका है | जा चुका है |
वर्तमान
काल
सामान्य
वर्तमान
यदि
साइकिल रहती है तो वह बाजार जाता है
भूतकाल
हेतुहेतुमदभुत
काल
वह
बाजार जाता यदि साइकिल होती |
भविष्यत
काल
हेतुहेतुमदभविष्य
साइकिल
रहने पर वह बाजार जाए |
यदि
प्रश्न में संकेत किया रहे यानी काल और उसके भेद की बात दी रहे तो उसी संकेत के
अनुसार ही काल-परिवर्तन करना चाहिए | जैसे –
वह बाजार जाता है | (पूर्णभूतकाल में बदलें)
वह बाजार गया था | या,
वह बाजार जा चुका था |
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