राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर रखा गया मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर रखा गया मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार
हाल ही में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने खेल रत्न पुरस्कार का नाम हॉकी के जादूगर के नाम से प्रसिद्ध मेजर ध्यानचंद जी के नाम से रखने की घोषणा की | पहले खेल रत्न पुरस्कार को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के रूप में जाना जाता था परन्तु अब इस पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के रूप में जाना जाएगा| खेल के क्षेत्र में खेल रत्न पुरस्कार देश का सर्वोच्च खेल सम्मान है।
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार |
राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार
👉शुरुवात :- 1991-92(पूर्व प्रधानमन्त्री राजीव गाँधी के नाम पर)
👉उद्देश्य :- खेल में प्रतिष्ठित खिलाड़ियों को सम्मानित कर उनकी प्रतिष्ठा बढ़ाना |
👉पुरस्कार राशि :- 2004-05 तक, 5,00,000/- फिर बढ़ा कर 7,50,000/- हुई|
👉वर्तमान समय तक :- प्रशस्ति पत्र, अवार्ड और 25 लाख की राशि दी जाती है|
👉सबसे पहले यह अवार्ड 1991-92 में विश्वनाथ आनन्द (शतरंज) को दिया गया है |
मेजर ध्यानचंद से संबन्धित महत्वपूर्ण तथ्य
👉मेजर ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर भी कहा जाता है|
👉इनका जन्म 29 अगस्त 1905 को हुआ था | द विजार्ड के नाम से मशहूर, फील्ड हॉकी खिलाड़ी, मेजर ध्यानचंद ने 1926 से 1949 तक अंतरराष्ट्रीय हॉकी खेली, अपने करियर में 400 से अधिक गोल किए।
👉भारत ने हॉकी में 1928, 1932 और 1936 के ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीता है|
👉मेजर ध्यानचंद को इस खेल को खेलने वाले महानतम खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। उन्हें 1956 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था|
👉29 अगस्त को उनके जन्मदिन को हर साल भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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