हिंदी व्याकरण - विशेषण (कितने प्रकार हैं विशेषण के )
रविवार, 3 मई 2020
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विशेषण (Adjectives in Hindi)
“जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता अथवा हीनता बताए, ‘विशेषण’ कहलाता है और वह संज्ञा या सर्वनाम ‘विशेष्य’ के नाम से जाना जाता है |”नीचे लिखे वाक्यों को देखें –
विशेषण क्या होते हैं |
अच्छा आदमी सभी जगह सम्मान पाता है |
बुरे आदमी को अपमानित होना पढ़ता है |
उक्त उदाहरणों में ‘अच्छा’ और ‘बुरा’ विशेषण एवं ‘आदमी’ विशेष्य हैं |
विशेषण हमारी जिज्ञासाओं का शमन (समाधान) भी करता है | उक्त उदाहरण में ही –
कैसा आदमी? अच्छा/बुरा
विशेषण न सिर्फ विशेषता बताता है; बल्कि वह अपने विशेष्य की संख्या और परिमाण (मात्रा) भी बताता है | जैसे –
पांच लड़के गेंद खेल रहे हैं | (संख्याबोधक)
इस प्रकार विशेषण के चार प्रकार होते हैं –
1. गुणवाचक विशेषण
“जो शब्द, किसी व्यक्ति या वस्तु के गुण, दोष, रंग, आकार, अवस्था, स्थिति, स्वभाव, दशा, दिशा, स्पर्श, गंध, स्वाद आदि का बोध कराए, ‘गुणवाचक विशेषण’ कहलाते हैं |”
गुणवाचक विशेषणों की गणना करना मुमकिन नहीं; क्योंकि इसका क्षेत्र बड़ा ही विस्तृत हुआ करता है | जैसे –
गुणबोधक : अच्छा, भला, सुंदर, श्रेष्ठ, शिष्ट, ............................
दोषबोधक : बुरा, खराब, उद्दंड, जहरीला, ............................
रंगबोधक : काला, गोरा, पीला, नीला, हरा, ............................
कालबोधक : पुराना, प्राचीन, नवीन, क्षणिक, क्षणभंगुर, ............................
स्थानबोधक : चीनी, मद्रासी, बिहारी, पंजाबी, ............................
गंधबोधक : खुशबूदार, सुंगधित, ............................
दिशाबोधक : पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी, दक्षिणी, ............................
अवस्था बोधक : गीला, सूखा, जला, ............................
दशाबोधक : अस्वस्थ, रोगी, भला, चंगा, ............................
आकारबोधक : मोटा, छोटा, बड़ा, लंबा, ............................
स्पर्शबोधक : कठोर, कोमल, मखमली, ............................
स्वादबोधक : खट्टा, मीठा, कसौला, नमकीन, ............................
गुणवाचक विशेषणों में से कुछ विशेषण ख़ास विशेष्यों के साय प्रयुक्त होते हैं | उनके प्रयोग से वाक्य बहुत ही सुंदर और मजेदार हो जाया करते हैं | नीचे लिखे उदाहरणों को देखें –
1. इस चिलचिलाती धूप में घर से निकलना मुश्किल है |
2. इस मोहल्ले का बजबजाता नाला नगर निगम की पोल खोल रहा है |
3. मुझे लाल-लाल टमाटर बहुत पसंद है |
4. शालू के बाल बलखाती नागिन जैसे हैं |
नोट : उपर्युक्त वाक्यों में चिलचिलाती ....................... धूप के लिए, बजबजाता ............................ नाले के लिए, लाल-लाल ............................ टमाटर के लिए और बलखाती ............................ नागिन के लिए प्रयुक्त हुए हैं | ऐसे विशेषणों को ‘पदवाचक विशेषण’ कहा जाता है |
क्षेत्रीय भाषाओं में जहाँ के लोग कम पढ़े-लिखे होते हैं, वे कभी-कभी उक्त विशेषणों से भी शानदार विशेषणों का प्रयोग करते देखे गए हैं | जैसे –
बहुत गहरे लाल के लिए : लाल टुह-टुह
बहुत सफेद के लिए : उज्जर बग-बग/दप-दप
बहुत ज्यादा काले के लिए : कार खुट-खुट/करिया स्याह
बहुत अधिक तिक्त के लिए : नीम हर-हर
बहुत अधिक हरे के लिए : हरिअर/हरा कचोर/हरिअर कच-कच
बहुत अधिक खट्टा के लिए : खट्टा चूक-चूक/खट्टा चून
बहुत अधिक लंबे के लिए : लम्बा डग-डग
बहुत चिकने के लिए : चिक्कन चुलबुल
बहुत मैला/गंदा : मैल कुच-कुच
बहुत मोटे के लिए : मोटा थुल-थुल
बहुत घने तारों के लिए : तारा गज-गज
बहुत गहरा दोस्त : लंगोटिया यार
बहुत मूर्ख के लिए : मूर्ख चपाट/चपाठ
नीचे दिए गए विशेषणों से उपयुक्त विशेषण चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति करें :
मूसलाधार, प्राकृतिक, आलसी, बासंती, तेजस्वी, साप्ताहिक, टेढ़े-मेढ़े, घनी, ओजस्वी, शर्मीली, रंभाती, पीले-पीले, लजीज, बर्फीली, काले-कजरारे, बलखाती ,पर्वतीय, कड़कती ,सुनसान, सुहानी ,वीरान, पुस्तकीय, बजबजाता ,चिलचिलाती
1. ...................... धूप को जो चांदनी देते बना |
2. उसके ...................... घाव से मवाद रिस रहा है |
3. ...................... बादलों को उमड़ते-घुमड़ते देख कृषक प्रसन्न हो उठे |
4. ...................... बरसता पानी, ज़रा न रुकता लेता दम |
5. उस बालक का चेहरा बड़ा ...................... था |
6. आज माँ ने बड़ा ...................... भोजन बनाया है |
7. कई मुहल्लों की गलियाँ बच्चों के बिना ...................... हो गई |
8. ...................... प्रदेशों की यात्रा बहुत ही आनन्दप्रद होती है |
9. उन वादियों की ...................... सुषमा बड़ी चित्ताकर्षक है |
10. रविवार को ...................... अवकाश रहता है |
11. वह लड़की बहुत ...................... है |
12. जोरों की ...................... हवा चलने लगी |
13. ...................... बिजली से आँखें चुंधिया गई |
14. ...................... ज्ञान से व्यावहारिक ज्ञान अधिक प्रामाणिक होता है |
15. ...................... व्यक्ति जीवन में कभी सफल नहीं होते |
16. ये ...................... रास्ते उन्हीं बस्तियों की ओर जाते हैं |
17. ...................... गाय अपने बछड़े के लिए परेशान है |
18. चतरा जिले की ...................... घाटियाँ बड़ी डरावनी हैं |
19. ...................... हवा के स्पर्शन से मन उत्फुल्ल हो जाता है |
20. बगैर शोषण के कोई ...................... नहीं होता |
21. ...................... रसीले आम देख लार टपकने लगी |
22. उसकी ...................... कमर देख म्यूजिकल फिलिंग होती है |
23. ...................... चांदनी रातें बड़ी मनभावन होती है |
24. कहो तो तेरी ...................... छुट्टी भी रद्द करवा दूँ |
विशेषण के अन्य प्रकार के लिए यहाँ क्लिक करें : - अन्य प्रकार
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1. गुणवाचक विशेषण
“जो शब्द, किसी व्यक्ति या वस्तु के गुण, दोष, रंग, आकार, अवस्था, स्थिति, स्वभाव, दशा, दिशा, स्पर्श, गंध, स्वाद आदि का बोध कराए, ‘गुणवाचक विशेषण’ कहलाते हैं |”
गुणवाचक विशेषणों की गणना करना मुमकिन नहीं; क्योंकि इसका क्षेत्र बड़ा ही विस्तृत हुआ करता है | जैसे –
गुणबोधक : अच्छा, भला, सुंदर, श्रेष्ठ, शिष्ट, ............................
दोषबोधक : बुरा, खराब, उद्दंड, जहरीला, ............................
रंगबोधक : काला, गोरा, पीला, नीला, हरा, ............................
कालबोधक : पुराना, प्राचीन, नवीन, क्षणिक, क्षणभंगुर, ............................
स्थानबोधक : चीनी, मद्रासी, बिहारी, पंजाबी, ............................
गंधबोधक : खुशबूदार, सुंगधित, ............................
दिशाबोधक : पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी, दक्षिणी, ............................
अवस्था बोधक : गीला, सूखा, जला, ............................
दशाबोधक : अस्वस्थ, रोगी, भला, चंगा, ............................
आकारबोधक : मोटा, छोटा, बड़ा, लंबा, ............................
स्पर्शबोधक : कठोर, कोमल, मखमली, ............................
स्वादबोधक : खट्टा, मीठा, कसौला, नमकीन, ............................
गुणवाचक विशेषणों में से कुछ विशेषण ख़ास विशेष्यों के साय प्रयुक्त होते हैं | उनके प्रयोग से वाक्य बहुत ही सुंदर और मजेदार हो जाया करते हैं | नीचे लिखे उदाहरणों को देखें –
1. इस चिलचिलाती धूप में घर से निकलना मुश्किल है |
2. इस मोहल्ले का बजबजाता नाला नगर निगम की पोल खोल रहा है |
3. मुझे लाल-लाल टमाटर बहुत पसंद है |
4. शालू के बाल बलखाती नागिन जैसे हैं |
नोट : उपर्युक्त वाक्यों में चिलचिलाती ....................... धूप के लिए, बजबजाता ............................ नाले के लिए, लाल-लाल ............................ टमाटर के लिए और बलखाती ............................ नागिन के लिए प्रयुक्त हुए हैं | ऐसे विशेषणों को ‘पदवाचक विशेषण’ कहा जाता है |
क्षेत्रीय भाषाओं में जहाँ के लोग कम पढ़े-लिखे होते हैं, वे कभी-कभी उक्त विशेषणों से भी शानदार विशेषणों का प्रयोग करते देखे गए हैं | जैसे –
बहुत गहरे लाल के लिए : लाल टुह-टुह
बहुत सफेद के लिए : उज्जर बग-बग/दप-दप
बहुत ज्यादा काले के लिए : कार खुट-खुट/करिया स्याह
बहुत अधिक तिक्त के लिए : नीम हर-हर
बहुत अधिक हरे के लिए : हरिअर/हरा कचोर/हरिअर कच-कच
बहुत अधिक खट्टा के लिए : खट्टा चूक-चूक/खट्टा चून
बहुत अधिक लंबे के लिए : लम्बा डग-डग
बहुत चिकने के लिए : चिक्कन चुलबुल
बहुत मैला/गंदा : मैल कुच-कुच
बहुत मोटे के लिए : मोटा थुल-थुल
बहुत घने तारों के लिए : तारा गज-गज
बहुत गहरा दोस्त : लंगोटिया यार
बहुत मूर्ख के लिए : मूर्ख चपाट/चपाठ
नीचे दिए गए विशेषणों से उपयुक्त विशेषण चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति करें :
मूसलाधार, प्राकृतिक, आलसी, बासंती, तेजस्वी, साप्ताहिक, टेढ़े-मेढ़े, घनी, ओजस्वी, शर्मीली, रंभाती, पीले-पीले, लजीज, बर्फीली, काले-कजरारे, बलखाती ,पर्वतीय, कड़कती ,सुनसान, सुहानी ,वीरान, पुस्तकीय, बजबजाता ,चिलचिलाती
1. ...................... धूप को जो चांदनी देते बना |
2. उसके ...................... घाव से मवाद रिस रहा है |
3. ...................... बादलों को उमड़ते-घुमड़ते देख कृषक प्रसन्न हो उठे |
4. ...................... बरसता पानी, ज़रा न रुकता लेता दम |
5. उस बालक का चेहरा बड़ा ...................... था |
6. आज माँ ने बड़ा ...................... भोजन बनाया है |
7. कई मुहल्लों की गलियाँ बच्चों के बिना ...................... हो गई |
8. ...................... प्रदेशों की यात्रा बहुत ही आनन्दप्रद होती है |
9. उन वादियों की ...................... सुषमा बड़ी चित्ताकर्षक है |
10. रविवार को ...................... अवकाश रहता है |
11. वह लड़की बहुत ...................... है |
12. जोरों की ...................... हवा चलने लगी |
13. ...................... बिजली से आँखें चुंधिया गई |
14. ...................... ज्ञान से व्यावहारिक ज्ञान अधिक प्रामाणिक होता है |
15. ...................... व्यक्ति जीवन में कभी सफल नहीं होते |
16. ये ...................... रास्ते उन्हीं बस्तियों की ओर जाते हैं |
17. ...................... गाय अपने बछड़े के लिए परेशान है |
18. चतरा जिले की ...................... घाटियाँ बड़ी डरावनी हैं |
19. ...................... हवा के स्पर्शन से मन उत्फुल्ल हो जाता है |
20. बगैर शोषण के कोई ...................... नहीं होता |
21. ...................... रसीले आम देख लार टपकने लगी |
22. उसकी ...................... कमर देख म्यूजिकल फिलिंग होती है |
23. ...................... चांदनी रातें बड़ी मनभावन होती है |
24. कहो तो तेरी ...................... छुट्टी भी रद्द करवा दूँ |
विशेषण के अन्य प्रकार के लिए यहाँ क्लिक करें : - अन्य प्रकार
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