जनगणना (Census) क्या है , 2011 में की गई भारत की जनगणना के प्रमुख तथ्य - जानें
जनगणना किसे कहते हैं और यह कब व् कैसे की जाती है :-
किसी देश अथवा किसी भी क्षेत्र में लोगों के बारे में विधिवत रूप से सूचना प्राप्त करना एवं उसे दर्ज करना जनगणना (census) कहलाती है। यह एक निश्चित समान्तराल के बाद की जाती है और शासकीय आदेश के तहत की जाती है।
भारत की जनगणना - 2011
- भारतीय संविधान की धारा-246 के अनुसार देश की जनगणना कराने का दायित्व संघ सरकार को सौंपा गया है | यह संविधान की सांतवीं अनुसूची की क्रम-संख्या-69 पर अंकित है |
- जनगणना संगठन केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्यरत है , जिसका उच्चतम अधिकारी ' भारत का महापंजीयक' एवं 'जनगणना आयुक्त' (Registar Genearl and Census Commissioner of India) होता है | यह देश भर में जनगणना संबंधी कार्यो को निर्देशित करता है तथा जनगणना के आंकड़ों को जारी करता है |
- वर्तमान के भारत के महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त 'श्री विवेक जोशी (2020) ' है |
- 2011 ई. की जनगणना यानी 15 वीं. जनगणना (स्वतंत्र भारत की 7वीं जनगणना) की शुरुआत महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त के द्वारा 1 अप्रैल 2010 ई. से हुई है |
- सितम्बर, 2010 ई. को केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने जाति आधारित जनगणना (1931 ई. के बाद पहली बार) स्वीकृति प्रदान कर दी, जो अलग से जून, 2011 से सितम्बर, 2011 ई. के बीच सम्पन्न हुई |
- जनगणना 2011 ई. का शुभंकर प्रगणक शिक्षिका थी तथा इसका आदर्श वाक्य था - हमारी जनगणना हमारा भविष्य |
- भारत में जनगणना की शुरुआत 1872 में 'लॉर्ड मेयो' के कार्यकाल में हुई| भारत में नियमित जनगणना की शुरुआत 1881 ई. में 'लॉर्ड रिपन' के कार्यकाल में हुई थी |
- 1881 ई. में जनगणना आयुक्त 'W.W. पलोडन' थे, वहीँ स्वतंत्र भारत के पहली बार जनगणना-1951 ई. के समय जनगणना आयुक्त R.A. गोपालस्वामी (1949-53 ई.) थे |
- आधुनिक विश्व में सर्वप्रथम व्यवस्थित रूप से जनगणना कराने का श्री स्वीडेन को है | जहाँ 1949 ई. में पहली बार जनगणना कराने का श्रेय स्वीडेन को है | जहाँ 1949 ई. पहली बार जनगणना कराई गई थी | दशकीय जनगणना की शुरुआत 1790 ई. में पहली बार जनगणना कराई गई थी | दशकीय जनगणना की शुरुआत 1790 ई. से 'अमेरिका' में हुई | 1801 ई. में इंग्लैड में जनगणना प्रारंभ हुई |
- जनगणना 2011 के तहत देश में पहली बार 'राष्ट्रीय जनसँख्या रिजिस्टर' (NPR- National Population Resister) तैयार किया जा रहा है , जिसमे देश के सभी नागरिकों के कुल 15 विवरण दर्ज कराने के अतिरिक्त 15 वर्ष एवं इससे उपर की वी के सभी नागरिकों के बायोमीट्रिक्स आंकड़े एकत्र किये जा रहे है
- नोट: राष्ट्रीय जनसँख्या नीति - 2000 के अनुसार वर्ष 2015 ई. तक जनसंख्या स्थिरता प्राप्त करने का लक्ष्य है |
- 2001 ई. की जनगणना में भारत का प्रशासनिक विभाजन 593 जिलों में किया गया था जबकि 2001 ई. की जनगणना में यह विभाजन 640 जिलों में किया गया है | स्पष्ट है की एक दशक की अवधि (2001-2011 ई.) में कुल 47 नये जिले बने |
- महान विभाजक वर्ष : भारत के जनांकिकिय इतिहास में 1921 ई. को महान विभाजक की संज्ञा दी जाती है | 1911 से 1921 ई. के दौरान भारत में जनसँख्या की दशकीय वृद्धि ऋणात्मक (-31%) हो गई थी फलस्वरूप इस दशक में भारत की जनसंख्या में 77 लाख की कमी आई | इसीलिए 1921 ई. को विभाजक वर्ष की संज्ञा की कमी आई | इसीलिए 1921 ई. को विभाजक वर्ष की संज्ञा दी गई है |
- भारत की जनसंख्या में सर्वाधिक औसत वार्षिक घातीय वृद्धि दर 1961-71 ई. के दौरान दर्ज की गई थी |
=> आगामी जनगणना 2021 में करवाई जाएगी |
कुछ प्रमुख परिभाषाएं :
1. जनसँख्या घनत्व (Density of Population): जनसँख्या घनत्व का तात्पर्य प्रति वर्ग किमी में निवासित औसत जनसंख्या से है |जनसँख्या घनत्व = कुल जनसंख्या/ कुल क्षेत्रफल
2. लिंगनुपात (Sex Ratio): प्रति 1000 पुरुषों की तुलना में स्त्रियों की संख्या को 'लिंगानुपात' कहते हैं | लिंगानुपात = स्त्रियों की संख्या/पुरुषों की संख्या x 1000
3. शिशु लिंगानुपात (0-6 वर्ष): जनसंख्या में 0-6 आयु समूह में प्रति 1000 पुरुषों की तुलना में उसी आयु समूह में स्त्रियों की संख्या को शिशु लिंगानुपात (CSR) कहा जाता है | शिशु लिंगानुपात (0-6 वर्ष) = बालिकाओं की संख्या (0-6)/बालकों की संख्या (0-6) x 1000
4. साक्षरता दर (Literacy Rate): सात वर्ष और उससे अधिक आयु का जो व्यक्ति किसी भाषा को समझ सकता हो और उसे लिख या पढ़ सकता हो साक्षर (Literate) कहलाता है | 7 वर्ष और उससे अधिक आयु वाली कुल जनसंख्या में साक्षरों के प्रतिशत को जनसंख्या की साक्षरता दर कहते हैं | साक्षरता दर - साक्षरों की संख्या/ 7+ आयु वाली जनसँख्या x 100
5. दशकीय वृद्धि दर (Decadal Growth Rate) : यह 10 वर्षों के मध्य जनसँख्या में हुई प्रतिशत वृद्धि को व्यक्त करता है | दशकीय वृद्दि दर (DGR) = वर्तमान जनसँख्या - पूर्व जनसँख्या/पूर्व जनसंख्या x 100
6. शिशु मृत्यु दर :- " शिशु मृत्यु दर प्रति हजार जीवित जन्मे शिशुओं की संख्या के अनुपात में 1 वर्ष से कम आयु वाले मृत शिशुओं की संख्या को दर्शाती है | यानी शिशु मृत्यु दर किसी वर्ष में प्रति 1000 जीवित जन्म पर उसी वर्ष में मृत शिशुओं की संख्या है |
0 Response to "जनगणना (Census) क्या है , 2011 में की गई भारत की जनगणना के प्रमुख तथ्य - जानें"
एक टिप्पणी भेजें