सिन्धु सभ्यता से संबंधित प्रश्न व उत्तर की व्याख्या
आज इस पोस्ट में हम उन प्रश्नों के बारे में बात करेंगें जो मुख्यत: हड़प्पा संस्कृति से सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, RRB, IAS , UPSC, HPPSC, HPSC, व स्टेट लेवल की परीक्षाओं में पूछे जाते हैं |
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सिन्धु सभ्यता से संबंधित प्रश्न व उत्तर की व्याख्या
प्रश्न हड़प्पा सभ्यता इतिहास क्या है?
उत्तर सिंधु घाटी सभ्यता 3300 ईसापूर्व से 1700 ईसापूर्व तक विश्व की प्राचीन नदी घाटी सभ्यताओं में से एक प्रमुख सभ्यता है। सम्मानित पत्रिका नेचर में प्रकाशित शोध के अनुसार यह सभ्यता कम से कम 8000 वर्ष पुरानी है। यह हड़प्पा सभ्यता और 'सिंधु-सरस्वती सभ्यता' के नाम से भी जानी जाती है।
प्रश्न हड़प्पा सभ्यता की खोज कब हुई थी?
उत्तर 1921 में दयाराम साहनी ने हड़प्पा का उत्खनन किया। इस प्रकार इस सभ्यता का नाम हड़प्पा सभ्यता रखा गया व राखलदास बेनर्जी को मोहनजोदड़ो का खोजकर्ता माना गया।
प्रश्न सिंधु सभ्यता के लोग किसकी पूजा करते थे?
उत्तर इस सभ्यता में भी इस बात के प्रमाण मिलते हैं कि लोग नागों की पूजा करते थे।
प्रश्न हड़प्पा सभ्यता और सिंधु सभ्यता एक ही है क्या?
उत्तर सिंधु घाटी सभ्यता (3300-1700 ई. पू.) विश्व की प्राचीन नदी घाटी सभ्यताओं में से एक प्रमुख सभ्यता थी. यह हड़प्पा सभ्यता और सिंधु-सरस्वती सभ्यता के नाम से भी जानी जाती है|
प्रश्न हड़प्पा सभ्यता कहाँ स्थित है?
उत्तर हड़प्पा पूर्वोत्तर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक पुरातात्विक स्थल है। यह साहिवाल शहर से 20 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। सिन्धु घाटी सभ्यता के अनेकों अवशेष यहाँ से प्राप्त हुए है। सिंधु घाटी सभ्यता को इसी शहर के नाम के कारण हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है।
प्रश्न सिंधु सभ्यता की आजीविका का मुख्य साधन क्या था?
उत्तर सिंधु घाटी की सभ्यता शहरी थी और आजीविका का मुख्य आधार व्यापार था।
प्रश्न सिन्धु घाटी सभ्यता के अवशेष कहाँ मिले है?
उत्तर सिंधु घाटी के अवशेष सिंधु में मोहनजोदड़ो और पश्चिमी पंजाब में हड़प्पा में मिले हैं।
प्रश्न हड़प्पा सभ्यता एक नगरीय सभ्यता थी कैसे?
उत्तर हड़प्पा सभ्यता एक नगरीय संगठन था, जहां कुछ चिन्हों के दौरान सात भिन्नता पायी गयी। मोहन जोदड़ो के विनाश के दौरान, हड़प्पा सभ्यता ने मोहन जोदड़ो के शहर को पुनर्निर्माण किया। उस समय हड़प्पा सभ्यता शहरी जीवन की प्रगति पर आधारित थी।
प्रश्न हड़प्पा सभ्यता का नगर निर्माण कैसा था?
उत्तर हड़प्पा सभ्यता नगर में निर्माण एवं भवन निर्माण याजेनाबद्ध नगरों एवं भवनों का निर्माण इस सभ्यता की सर्वश्रेष्ठ विशेषता थी । सभी प्रमुख नगर जिनमें हड़प्पा मोहन जोदड़ो, चन्हुदड़ो, लोथल तथा कालीबंगा सभी प्रमुख नगर नदियों के तट पर बसे थे इन नगरों में सुरक्षा के लिये चारो ओर परकोटा दीवार का निर्माण कराया जाता था ।
प्रश्न हड़प्पा सभ्यता का सबसे बड़ा नगर कौन सा है?
उत्तर लगभग 8000 साल पुरानी इस सभ्यता का सबसे बड़ा नगर है – राखीगढ़ी। हालांकि कुछ स्रोतों में मोहनजोदड़ो को सबसे बड़ा दिखाया गया है। राखीगढ़ी की खोज 1969 में हो चुकी थी. लेकिन व्यापक खुदाई 2000 के आसपास हुई.
प्रश्न भारत में सिंधु सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल कौन सा है?
उत्तर राखीगढ़ी हरियाणा के हिसार जिले में स्थित एक गांव है, जो सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा पुरातात्विक स्थल माना जाता है।
प्रश्न सिंधु घाटी सभ्यता में कितने नगर थे?
उत्तर हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, लोथल, धोलावीरा और राखीगढ़ी इसके प्रमुख केन्द्र थे। दिसम्बर 2014 में भिरड़ाणा को सिंधु घाटी सभ्यता का अब तक का खोजा गया सबसे प्राचीन नगर माना गया है।
प्रश्न सिंधु घाटी सभ्यता की प्रमुख विशेषताएं क्या है?
उत्तर सिंधु सभ्यता का आर्थिक जीवन अत्यन्त विकसित अवस्था में था। आर्थिक जीवन के प्रमुख आधार कृषि, पशुपालन, शिल्प और व्यापार थे। सिन्धु तथा उसकी सहायक नदियों द्वारा प्रतिवर्ष लायी गयी उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी कृषि कार्य हेतु महत्वपूर्ण मानी जाती थी। इस उपजाऊ मैदान में मुख्य रूप से गेहूं तथा जौ की खेती की जाती थी।
प्रश्न सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे विशिष्ट वस्तु क्या है?
उत्तर हड़प्पा सभ्यता का नामकरण – हड़प्पा नामक स्थान जहाँ यह संस्कृति पहली बार खोजी गई थी उसी के नाम पर किया गया है। सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे विशिष्ट पुरावस्तु – मुहर – यह सेलखड़ी नामक पत्थर से बनाई जाती थी।
प्रश्न हड़प्पा सभ्यता की लिपि की मुख्य विशेषता क्या थी?
उत्तर इस लिपि को सिंधु लिपि, सरस्वती लिपि के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह लिपि दाईं से बाईं ओर लिखी जाती थी क्योंकि कुछ मुहरों पर दाईं ओर चौङा अंतराल है और बाईं ओर यह संकुचित है जिससे लगता है कि उत्कीर्णक ने दाईं ओर से लिखना आरंभ किया और बाद में स्थान कम पङ गया ।
प्रश्न हड़प्पा सभ्यता का उदय कैसे हुआ?
उत्तर यह दक्षिण एशिया के पश्चिमी हिस्से में लगभग 2500 बीसी में फली फूली, जिसे आज पाकिस्तान और पश्चिमी भारत कहा जाता है। इस सभ्यता के बारे में 1920 तक कुछ भी ज्ञात नहीं था, जब भारतीय पुरातात्विक विभाग ने सिंधु घाटी की खुदाई का कार्य आरंभ किया, जिसमें दो पुराने शहरों अर्थात मोहन जोदाड़ो और हड़प्पा के भग्नावशेष निकल कर आए।
प्रश्न हड़प्पा संस्कृति को नगरीय सभ्यता क्यों कहा जाता है?
उत्तर 1921 में दयाराम साहनी ने हड़प्पा का उत्खनन किया। इस प्रकार इस सभ्यता का नाम हड़प्पा सभ्यता रखा गया। यह सभ्यता सिंधु नदी घाटी मे फैली हुई थी इसलिए इसका नाम सिंधु घाटी सभ्यता रखा गया। प्रथम बार नगरो के उदय के कारण इसे प्रथम नगरीकरण भी कहा जाता है प्रथम बार कांस्य के प्रयोग के कारण इसे कांस्य सभ्यता भी कहा जाता है।
प्रश्न हड़प्पा संस्कृति में ईंटों का आकार क्या था?
उत्तर सिंधु घाटी की ईंटें एक निश्चित अनुपात में बनाई जाती थीं। अधिकांशतः ईंटें आयताकार आकर की होती थीं। ईंट की लम्बाई, चौड़ाई और मोटाई का अनुपात 4 : 2 : 1 था।
प्रश्न सिंधु घाटी सभ्यता एक नगरीय सभ्यता थी कैसे?
उत्तर हड़प्पाई सभ्यता अपनी नगरीय योजना प्रणाली के लिये जानी जाती है। मोहनजोदड़ो और हड़प्पा के नगरों में अपने- अपने दुर्ग थे जो नगर से कुछ ऊँचाई पर स्थित होते थे जिसमें अनुमानतः उच्च वर्ग के लोग निवास करते थे । दुर्ग से नीचे सामान्यतः ईंटों से निर्मित नगर होते थे,जिनमें सामान्य लोग निवास करते थे।
प्रश्न सिन्धु घाटी के लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या था?
उत्तर कृषि । सैंधव सभ्यता का मुख्य उद्योग कृषि थी। सिंधु तथा उसकी सहायक नदियां द्वारा प्रतिवर्ष लाई गई उपजाऊ मिट्टी इन भागों को कभी उपजाऊ बनाये रखती थी। यही कारण था यहां की फसल काफी अच्छा होती थी मुख्य रूप से गेहूं और जौ की खेती की जाती थी , यही उनका मुख्य फसल भी था।
प्रश्न सिंधु घाटी की सभ्यता कितनी पुरानी है?
उत्तर आईआईटी खड़गपुर और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के वैज्ञानिकों ने सिंधु घाटी सभ्यता को लेकर ऐसे तथ्य सामने रखे हैं, जिनसे पता चलता है कि यह सभ्यता 5,500 नहीं बल्कि 8,000 साल पुरानी है. इस हिसाब से सिंधु घाटी मिस्र और मेसोपोटामिया की सभ्यता से भी पुरानी सभ्यता है.
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